Saturday, January 28, 2023

35 वर्ष 6 माह के पश्चात सरकारी सेवा में समापन के अनुभव के साथ लगभग अंतिम प्रणाम और आशीर्वाद

*ग्रामीण कार्य बिभाग अंतर्गत मेरे सरकारी सेवा के 14 वर्ष 6 मास (कुल 35 वर्ष 6 माह) के पश्चात सरकारी सेवा में समापन के अनुभव के साथ लगभग अंतिम प्रणाम और आशीर्वाद*


*कई चैलेंजिंग दायित्वपूर्ण पदों पर आसीन रहकर निष्पक्ष भाव से मैंने सरकारी सेवा की 35 वर्ष 6 माह की यात्रा का अवसान 31 जनवरी 2023 को निर्धारित है ।सरकारी सेवा की निर्वासन की तिथि जन्म के दिन ही निर्धारित हो जाती है ।


*मुझसे कई क्षेत्रीय या यहाँ तक मेरे बैच के मित्र भी मुझसे भयभीत रहते थे । मैंने बिभाग में क्या किया वह सभी सफेद पन्नों पर रंगीन स्याही से मार्क के रुप में मिलेगा । इसका मूल्यांकन आप सभी करते होंगे ।*


*ग्रामीण कार्य बिभाग अंतर्गत क्षेत्रीय अभियंता के रुप में मैंने 6 वर्ष मसौढ़ी और कटिहार में सेवा की । शेष अन्य 8 वर्ष 6 माह मैंने मुख्यालय में परियोजनाओं का सूत्रण और अनुश्रवण में सेवा दी है ।*


*आज की चुनौती को  मेहनत, लगन, समयबद्धता, निष्पक्षता, निर्भयता, कर्मठता से ही सामना कर सरकारी सेवक के रुप में सफल हो सकते हैं ।*


*अब जाते जाते मेरी जो आदत है उसको हम छोड़ नहीं सकते हैं । इसलिए बिभाग के लिए मैं अंतिम सलाह दे रहा हूँ ।*


*कई चीज आपके वश में नहीं है जो वश में है उसे ही नियन्त्रण कर सकते हैं अन्यथा अगर आप दूसरों के आसरे पड़े रहे तब आपको गड्ढा में गिरने से कोई बचा ही नहीं सकता है । प्रत्येक व्यक्ति में कई कई अच्छे गुण होते हैं उन गुणों को हमेशा तराशने की आवश्यकता होती है । छोड़ देने पर औजार तक भोथर हो जाता है ।*


*सर्वप्रथम जिस योजना का DPR तैयार करना है उसका स्वयं स्थल निरीक्षण कर आवश्यकताओं को लिख लें । DPR परामर्शी आपको सहायता करता है । DPR के PROVISION में कमी, गड़बड़ी के लिए आपको ही जवाबदेह माना जायेगा । पथ के आरेखन में UTILITY SHIFTING, पब्लिक या इंडस्ट्रियल भवन के लिये भी पहुँच पथ का PROVISION करें । नाला के OUTFALL पर जरुर ध्यान दें । कभी भी OPEN AREA में कंक्रीट पथ का प्रावधान न करें । CD वर्क का TYPE, SITE और SIZE पर विशेष ध्यान दें । सरकार के न्यूनतम खर्च से नए तकनीक के आधार पर DPR तैयार करें । निर्माण कार्य के समय चौकस रहें । PROVISION के अनुसार निर्माण कार्य करे । अगर तकनीकी फेरबदल की आवश्यकता महसूस हो तो सक्षम पदाधिकारी से स्वीकृति प्राप्त कर लें । ऐसा नहीं कि SURFACE DRESSING के स्थान पर MSS अथवा MSS और SDBC के स्थान पर एक ही लेयर जोड़कर कार्य करा लें ।*


*Ist tier गुणवत्ता जांच और उसकी प्रविष्टि पंजी में करना field Engineer की जवाबदेही है । पथ में प्रयोगशाला और बिना information के साथ citizen board के कार्य प्रारंभ न की जाय । हर लेयर में निर्धारित स्थल जांच कर पंजी में संधारित करें । स्थल पर संवेदक के Engineer की उपस्थिति अनिवार्य है जिसके लिए संबेदक को force करें । Stage passing के साथ कार्य करना है अर्थात यदि नीचे के कार्य  मिट्टी के बाद GSB और WBM III है तो उसे पूरी लम्बाई में करने के बाद ही ऊपर के लेयर का कार्य करे। मिट्टी कार्य और SUBGRADE के कार्य के दौरान PUCCA STRUCTURE का कार्य कर लिए जाएं ।*


*GSB के ग्रेडिंग और SCREENING MATERIAL के साथ THICKNESS के लिए यदि 200MM का प्रबधान हो तो  LOOSE 150 MM का पहला LAYER डालकर COMPACT करें फिर 150 MM का दूसरा LAYER डाल कर COMPACTION करें । 8 PASS ROLLER EDGE से 4-4 बार दोनों तरफ से चलने पर CAMBER बन जायेगा । CAMBER का निर्माण मिट्टी से ही बनाते जाएं अन्यथा ऊपर के लेयर मंहगा होने के कारण THICKNESS में संबेदक चोरी कर सकता है । GEOMETRIC DESIGN पर विशेष सतर्कता बरतें । GSB के SCREENING MATERIAL में DPR के अनुसार COURSE SAND अर्थात ढलाई वाला बालू या स्टोन डस्ट ही दें । यह पथ का FOUNDATION है ।*


*WBM III में जितना प्रॉपर SIZE का पत्थर लाएगा उतना ही ECONOMICAL रोड बनेगा । बड़ा पत्थर में THICKNESS और INTERLOCKING की समस्या होगी साथ ही बड़ा पत्थर विशिष्टि के अनुकूल नहीं है । बिना स्क्रीनिंग MATERIAL के 4 इंच LOOSE 63MM DOWN पत्थर बिछवावें । इसके बाद HAND PACKING कराइये साथ ही साथ THICKNESS की CHECKING के लिए 100 MM का लकड़ी का CUBE आरेखन में यत्र तत्र रख दें । LOOSE पत्थर के समय CUBE डूब जाना चाहिए । अब 8 PASS DRY ROLLING करवाइए। इसके बाद SCREENING MATERIAL टोकरी से छींटवाकर लोहे के BROOM से फैलाइये , VOID भरकर INTERLOCKING हो जाएगा तब जाकर फिर 8 PASS  टैंकर से पानी छीटवाकर WET ROLLING करवाईये । अंत में कम से कम बिटुमिनस कार्य करने के एक सप्ताह पूर्व प्राइम कोट इमल्शन, बिना पानी मिलाए, WBM III के ऊपर दही ऐसा THICK डालें जो कम से कम HALF या 1/3 RD नीचे के परत तक PENETRATE कर दे । एक सप्ताह बाद TACK COAT करने के साथ साथ PROPER GRADE और TEMP के साथ बिटुमिनस कार्य PROPER ROLLING और उचित मात्रा की अलकतरा के साथ कार्य कराएं ।*


*अक्सर ग्रामीण कार्य बिभाग अंतर्गत SHOULDER में कार्य नहीं किये मिलते हैं या बेतरतीव । प्रत्येक लेयर के साथ FLANK का कार्य PROPER COMPACTION के साथ कराएं । RIGID/ FLEXIBLE PAVEMENT में FLANK नहीं होने पर EDGE BISCUIT की तरह टूट जाता है। SHOULDER हर हालत में बनने चाहिए ।*


*एक समस्या रैयती जमीन की है । रैयती अर्थात private land रहने पर भूमि अधिग्रहण अनिवार्य है । इसके दो तरीके हैं । सतत लीज नीति या भू अधिग्रहण । सतत लीज के लिए रैयत धारों की सहमति और जिलाधिकारी की अध्यक्षता में six man committee की स्वीकृति अपेक्षित है । अगर रैयतधारों में से कोई एक भी सहमति न दे तो जिलाधिकारी को भूमि अधिग्रहण का अनुरोध करें । अंत में दोनों बिधि में से किसी एक की पूरी प्रक्रिया समाप्त कर मुआवजे की राशि की मांग की जाए ।*


*दक्षिण बिहार में black cotton soil है जिसमें earth work, cloud breaking, करने के बाद compaction करें । यदि आवश्यक हो तो local sand या water स्प्रिंकल करते हुए परत दर परत मिट्टी का संपीड़न पूरी चौड़ाई में की जाय और sub grade soil का 200mm परत shoulder तक proper compaction के साथ कार्य कराएं अन्यथा पथ बनने के बाद रोड फट जाएगा ।*


*Rigid pavement एक challenging कार्य है । सर्वप्रथम Mix design कराएं साथ ही साथ कार्य स्थल पर सभी आवश्यक उपकरण होने चाहिए उसमें vibrator roller -2 न्यूनतम रहने होंगे 1 plate vibrator, बिना plastisizer के कार्य न कराएं । rigid pavement कार्य के लिए संवेदक से Transit Machine का उपयोग करने के लिए बाध्य करें । बिना Transit machine के quality achieve करना मुश्किल है । M30 के लिए स्वयं स्थल पर SLUMP TEST और प्रतिदिन CUBE TEST करें । दोनों छोर में STEEL SHUTTERING रहना अनिवार्य है । स्टोन मटेरियल का ग्रेडिंग प्रॉपर हो न कि एक ही आकार 5/8 एंड DOWN SIZE पत्थर रहने और WATER CEMENT RATIO कम करने के लिए ADMIXTURE या PLASTISIZER का प्रयोग नहीं करने पर M30 ACHIEVE करना नामुमकिन है । कॉन्ट्रेक्शन JOINT CASTING के 24 घन्टे के बाद अर्थात दूसरे दिन काम शुरु करने से पहले प्रतिदिन ONE THIRD मोटाई में कटिंग निश्चित करें अन्यथा TEMP VARIATION या वाहन के चलने से BISCUIT की तरह पथ टूट जाएगा । यह ऐसा गलती है कि OPEN EYE से भी दिखता है । बिना ROAD SAFTEY या SIGNAGE BOARD (Retroreflective), KILOMETER POST, HECTOMETER POST, Edge Marking with glass बीड्स and proper thickness के पथ uncomplete कहा जायेगा ।*


*दैनिक/ साप्ताहिक/मासिक/वार्षिक प्रगति के लिए प्रमंडल अंतर्गत चल रहे राज्यस्तरीय योजनाओं के लिए MIS पर प्रशासनिक, तकनीकी स्वीकृति से लेकर निविदा, एकरारनामा, भौतिक प्रगति, वित्तीय प्रगति, अंतिम विपत्र भुगतान आदि की प्रविष्टि MIS और PMGSY के लिए OMMS के विभिन्न मॉड्यूल मेंबरुटीन रुप में करिए ।*


*बाह्य या आंतरिक ऋण से संचालित योजनाओं के लिए सूद की राशि का बोझ भी राज्य को वहन करना  पड़ता है । ऐसे में WB, NDB, NABARD की योजनाओं के क्रियान्वयन में विलम्ब आपको गम्भीर परिणाम के लिए उत्तरदायी बना सकता है । इसके लिए योजना के चयन से लेकर प्रत्येक गतिविधि में विशेष ध्यान देना चाहिए । किसी जनप्रतिनिधि या व्यक्ति को संतुष्ट करने के लिए एकल सम्पर्कित बसावट के लिए पुनः  दोहरी सम्पर्कता के लिए योजना तैयार न की जाए । सम्भव है कि सरकार द्वारा भविष्य में दोहरी सम्पर्कता की योजना भी चालू की जाय । अतः वर्तमान में एकल सम्पर्कता के सिद्धांत और पुल के लिए लम्बाई और UP STREAM, DOWN STREAM में संरचना के अध्ययन के पश्चात ही योजना बनाई जाय, न कि एक या दो या तीन गांव के लिए 9 करोड़ का HL BRIDGE बन जाए ।*


*वर्तमान में जन प्रतिनिधि एक चुनौती के रुप में खड़ा है जो आपको परेशान कर रहा है । नियमानुसार, निष्पक्षभाव से सभी के साथ सामान नीति ही इसका एकमात्र निदान है । यदि एक काम किसी का कर दिए वह व्यक्ति सर पर चढ़कर बदनाम करेगा । इसलिए सभी जनप्रतिनिधियों के साथ निष्पक्षभाव , निरपेक्ष होकर निर्भीकता के साथ कार्यो का निष्पादन करें । विशेषकर निविदाओं के क्रम में, आपको ईमानदारी से निष्पक्षता के साथ चेकलिस्ट बनाकर भेज देना है । इसमें संलिप्त नहीं होना है , आप सभी को संतुष्ट नहीं कर सकते हैं और निविदा की निष्पक्षता, पारदर्शिता, समयबद्धता, एकरूपता, प्रतिद्वंदिता में भेदभाव उजागर हुआ तो सरकार कठोर निर्णय लेगी और सभी गलती आप के ऊपर मढ दिया जाएगा । कई लोगों में निष्पक्षता और पारदर्शिता का अभाव साफ दिखता है, कई लोग निविदा प्रबन्धन में संलिप्त दिखते हैं कारण जो भी हो, मैं तो अब जा रहा हूँ लेकिन ऐसी आदत बुरी है जिसे आप बदल दें अन्यथा गम्भीर परेशानी का शिकार हो सकते हैं । सरकारी कार्य में प्रतिद्वंदिता को कम करने से राज्य को वित्तीय हानि होती है । इसलिए निविदा में प्राप्त बिड लिफाफा को खोल कर ईमानदारी एवम निष्पक्षता के साथ आंकड़ों को भरकर सक्षम पदाधिकारी के पास भेजें । निविदा निविदा मत खेलें अन्यथा हाथ ही नहीं पूरा शरीर बुरी तरह से जल जा सकता है । इसको मेरी चेतावनी समझें या मेरा अनुभव ।*


*कार्य की गुणवत्ता या वर्क प्रोग्राम के अनुसार समयबद्धता के साथ संवेदक की गड़बड़ी दृष्टीगोचर होने पर एकरारनामा की सुसंगत कंडिकाओं का उल्लेख करते हुए email के माध्यम से एकरारनामा करने से लेकर 5 वर्षीय अनुरक्षण हेतु लिखें । नोटिस देने पर भी संबेदक शिथिलता बरते तब प्रेस नोटिस निर्गत कर एकरारनामा के तहत अनुशासनिक कारवाई करें आवश्यक हो तो एकरारनामा न करे तो सिक्योरिटी जब्ती, शिथिलता बरते तो डिबार या एकरारनामा विखंडन । अपने सिर पर संबेदक के जुर्म को लेकर न घूमिये । यही एकमात्र एक tool है जिससे गुणवत्तापूर्ण समय से कार्य कराया जा सकता है । एकरारनामा के तहत की गई कारिवाई के लिए STATE SBD की स्थिति में SE/CE/ TRIBUNAL को ही अपील किया जा सकता है जबकि PMGSY, MR के CASE में EMPOWERED COMITTEE HEADED BY SECRETARY.*


*प्रत्येक कार्य के लिए SIGHT ORDER BOOK, यदि आवश्यक हो तो REINFORCEMENT REGISTER, गुणवत्ता पंजी 1 एवम 2 अनिवार्य रुप से कार्य प्रारंभ के साथ कार्यपालक अभियंता के हस्ताक्षर से खुलना चाहिए । किसी योजना में किसी स्तर का कोई ATR OMMAS या MIS या सूचना प्राप्त हो तब ईमेल के माध्यम से उसकी सूचना संबेदक को तुरन्त देते हुए एक मास में त्रुटि का निराकरण हेतु हिदायत देते हुए न करने पर सम्बन्धित कंडिका के अनुसार अनुशासनिक कारिवाई हेतु लिखें । पुनः स्मार दें और यदि गुणवत्ता में सुधार न करे तो प्रेस नोटिस कर एकरारनामा बिखण्डन कीजिए । बीमारी का इलाज करें न कि बिभाग के सिर पर दिखने के लिए छोड़ दें ।*


*गुणवत्ता के लिए स्वयं SIEVE ANALYSIS, COMPACTION TEST, BITUMEN CONTENT TEST, COMPRESSIVE STRENGTH TEST स्थल पर ही चेक करें ।*


*पुलों के निर्माण में विशेष सावधानी बरतें । SITE SELECTION में विशेष समय लेकर PROPER LAY OUT करें यदि आवश्यक हो तो SE की उपस्थिति में इस कार्य को करें। REINFORCEMENT की 100% चेकिंग के लिए EE जवाबदेह हैं CONCRETE, WEEP HOLE, FOUNDATION DEPTH के लिए AE JE के साथ साथ EE भी जवाबदेह हैं । सभी प्रकार के संरचनाओं में TATA, VIZAG, SAIL के अलावा दूसरा स्टील प्रयुक्त न की जाय यदि पकड़ा गया तो न्यूनतम निलंबित । CEMENT 43 ग्रेड OPC का ही प्रयोग करें । BATCHING PLANT या TRANSIT MACHINE से ही कंक्रीट की CASTING करें । स्थल पर COMPRESSIVE TESTING MACHINE से लेकर सारे उपकरण मौजुद रहने चाहिए और प्रतिदिन के कंक्रीट का CUBE बनाकर DATE अंकित कर स्थल पर ही VAT में CURING के बाद 7-15-28 दिनों का Compressive STRENGTH TEST कर पंजी में दर्ज करें । प्रत्येक स्टेज में REINFORCEMENT का SPACING और DIA चेक कर REINFORCEMENT पंजी में अंकित करें । PILE KA DEPTH Check और PILE CUTTING में बेंटोनाइट का प्रॉपर प्रयोग आवश्यक है । कम से कम एक मीटर PILE ढलने के बाद ऊपर के हिस्सा को तोड़कर PILE CAP का कार्य करें । WEEP HOLE STAGGERED और PROPER रुप में ABUTMENT और RETURN WALL में होने चाहिए । PILE लोड टेस्ट किया जाना अनिवार्य है । SUPERSTRUCTURE और SUBSTRUCTURE में SHUTTERING,PROP DISTANCE अर्थात CENTRING में कमी दिखने पर ढलाई के समय ही संरचना ढह जाता है । ढलाई के पूर्व सेंटरिंग के SPACING, BRACING और SHUTTERING को अनिवार्य रुप में चेक कर लें ।*


*दोस्तों अब आप कहिएगा कि जाते जाते भी छोड़ नहीं रहा है ।*


*आज मैं जो कुछ भी हूँ अपने अधीनस्थों के अथक परिश्रम  और सचिव महोदयों के दिशा निर्देश के चलते । एक व्यक्ति का किसी संस्थान में कोई महत्व नहीं होता है यह तो मेरे उच्चपदाधिकारियो और मेरे अधीन करनेवाले विभिन्न पदाधिकारी और कर्मचारी गण की मेहनत का परिणाम है कि मैं कुशलता से सेवानिवृत्त हो रहा हूँ । हमसे कई गलतियां हुई होगीं कई लोगों को हमसे दुःख पहुँचा होगा । मैं किसी गलती के कारण किसी व्यक्ति को कभी भी PREJUDICE  नहीं मानकर उसके साथ दुराग्रह नहीं रखा अलबत्ता कई को अनुशासनिक या अनहोनी कारवाई से पहले सचेत जरुर किया है ।*


*आपका अगाध प्यार और स्नेह जो मिला उसको मैं वयान नहीं कर सकता हूँ । मैं जानता हूँ कि आप मुझे एक सख्त पदाधिकारी के रुप में जानते हैं । मुझसे कई को यदि दुःख पहुँचा है तब मैं अपने शरीर के रोम रोम से माफी मांगता हूं लेकिन आपने जो मुझे सम्मान और प्यार दिया है, उसको इस जीवन में लौटाना असम्भव है । आप सभी मेरे ह्रदय में है जिसे भुलाना भी चाहूँ तो भूल ही नहीं सकता हूँ । एक बार पुनः सभी को प्यार भरा नमस्कार*💐💐🙏🙏

Friday, October 1, 2021

साक्षात्कार मेरिट दबाने की तरकीब

 आधुनिक भारत में मेरिट suppress करने का हुनर साक्षात्कार


भारत में जातिवादी पक्षधरता सदियों से एक बड़ी आबादी को शिक्षा एवम अन्य विकास के मानकों से किनारे करते रही है और भारतीय संविधान के बाद थोड़ा बहुत जो हक उपेक्षितों को मिलना शुरू हुआ उस को खत्म करने के लिए भांति-भांति के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। सरकारी सेवा में बहाली पर लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार का होना वंचित रखने का बेजोड़ हथकंडा है। 2021 के केंद्रीय लोकसेवा आयोग के टॉप 10 अभ्यर्थियों के लिखित और साक्षात्कार पर नजरें इनायत कर लें। दूध का दूध और पानी का पानी अलग दिख जाएगा ।नम्बर 1 पर जो शुभम कुमार हैं, ओबीसी वर्ग के हैं। उन्हें लिखित परीक्षा में 878 अंक मिले मगर साक्षात्कार में मात्र 176 दिए गए। वहीं नम्बर 2 पर जागृति अवस्थी को लिखित परीक्षा में 859 अंक मिले जबकि साक्षात्कार में 193। अंकित जैन को लिखित परीक्षा में 839 और साक्षात्कार में 212 अंक की कृपा हुई मगर 5 नम्बर पर ममता यादव को लिखित परीक्षा में 855  अंक तो मिले मगर साक्षात्कार में 187 दे दिया गया। यह है साक्षात्कार का खेल। इस देश में साक्षत्कार खुलेआम बेईमानी करने का अड्डा है । ऐसे में किसी भी चयन में मात्र लिखित परीक्षा होनी चाहिए और अभ्यर्थियों के नाम के बजाय, कोड नम्बर लिखा जाना चाहिए। साक्षात्कार मतलब भाई-भतीजावाद। अपनों का चयन। न्याय की हत्या।

Sunday, July 25, 2021

जीवन सहचरी के साथ संस्मरण

 जीवन सहचरी संग संस्मरण (अपने पर रूपांतरित)


(कोविड संक्रमण काल में सभी पति पत्नी को समर्पित)


तुम जब मेरे जीवन -बंधन में बंधी तो मैं यह दावे के साथ कह सकता हूँ कि मैं तुम्हारी पहली पसंद  था क्योंकि   पसंद बनाने की भी एक न्यूनतम उम्र होती हैं और तुम उस उम्र में प्रवेश करने के पूर्व  ही मेरे जीवन में प्रवेश कर गई थी । हां, लेकिन इतना  जरूर कहूँगा कि तुम्हारे पहले भी मेरे कई पसंद सृजित हुए थे परंतु यह पता नहीं चल सका था कि जिन जिन को पसंद किया था वो मुझे पसंद करते थे या नहीं । एकतरफा पसंद भी कोई पसंद थोड़े ही होता है । यह जब दो तरफा हो तभी तो मुकम्मल होगा न । खैर! जो भी हो आज विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि तुम मेरी पहली पसंद बन चुकी हो बल्कि ज्यादा उपयुक्त तो यह मानना होगा कि तुम ही ने अपने प्यार स्नेह सेवा से तूने अपने को मेरी पहली पसंद बना दिया अर्थात दो तरफा यानि एक मुकम्मल पसंद ।


    मुझे तुम्हारे प्यार से ज्यादा तुम्हारा तकरार पसंद  है।  तक़रार न हो तो फिर रूठे कौन और मनाये कौन। तक़रार ही तो प्यार को प्रगाढ़ बनाता है परस्पर क्षमा करने की शक्ति पैदा करता है। मेरा, तुम्हें  उकसाना, फिर तुम्हारा चिल्लाना, घर को सर पर उठाना,कभी कभी बच्चों से  कसम दिलवाने के लिए चिल्लाना, कठोर वचन बोलना, दुबारा नहीं बात करने की कसमे खाना, कभी कभार अप्रिय शब्दों  से मेरा संबोधन करना, सब एक मनोहारी छवि प्रस्तुत करता है। अंततः सारे क्रोध को  तुम्हारे आंखों से प्रवाहित होते देखते ही एक तड़प महसूस करना,  फिर तुम्हारे पास जाना, तुम्हें मनाना और तुम्हारे द्वारा, नहीं मानने का झूठा अभिनय  करना, मेरे साॅरी कहने पर अंदर अंदर ही गर्व से इठलाना, फिर  तुम बिना श्रृंगार के ही संसार की अनुपम सुंदरी दिखने लगती हो। ऐसे भी तुम्हें कृत्रिम श्रृंगार पसंद नहीं है इसीलिए मैं जब कभी कहीं बाहर गया हूँ तो कभी भी चूडियां, विंदी, सौंदर्य प्रसाधन का कोई सामान उपहार के रूप में तुम्हारे लिए नहीं लाया हूँ और तुमने कभी मुझसे ऐसी अपेक्षा भी नहीं की। तुमने अपने आचरण से मेरे मन में कब का संदेश दे दिया था  कि "मैं "ही तुम्हारे लिए भगवान का दिया हुआ अनुपम और सर्वोत्कृष्ट  उपहार हूँ ।


  मालूम है तुमको कि मुझे तुम्हारी तक़रार ही क्यों पसंद है? ताकि तुम अपना भरपूर प्यार घर के अन्य सभी सदस्यों और सगे संबंधियों पर न्योछावर कर सको। तुमने आजतक ऐसा किया भी है। कोई भी मेरा सगा संबंधी ऐसा नहीं है जो तुम्हारे प्यार और स्नेह से सिंचित न हुआ हो, थोड़ी सास पूतोह में .. घर के बाहर की मेरी छवि को चार चाँद लगाने या अन्य विशेषण का श्रेय सिर्फ तुमको ही तो जाता है इसमें मेरा कोई योगदान नहीं। जब बाहर में सगे संबंधियों से तुम्हारी तारीफ सुनता हूँ तो मुझे ऐसा लगता है कि तुम्हारा व्यक्तित्व हमारे व्यक्तित्व से कई गुणा अधिक ऊँचा है। सबों की पहली पसंद कोई यूँ ही  थोड़े बन जाता है। 


  तुम्हारा किचेन अद्भुत है कौन सा ऐसा व्यंजन है जिसका रसास्वादन तूने हमसबों को नहीं कराया है वह भी पल झपकते ही। आगंतुकों ने भी इसका भरपूर आनंद उठाया है ।


 आजकल कोविड के संक्रमण काल में मैं घर में हरदम साथ हूँ तुम्हारे हर आदेश निदेश  का पालन कर रहा हूँ थोड़ी बहुत आपत्ति के साथ। घर के बाहर वगैर मास्क नहीं जाने, सेनिटाईजर साथ में रखने, सावधानियां /दुरियां रखने की , भीड़ भाड़ में नहीं जाने की सख्त हिदायतें,  बारबार हाथ धोने की तुम्हारी सलाह और उसका सख्ती से पालन कराना, अफसोस पहली टीका के बाद भी तुम कोविड संक्रमित हो गई। इसका सही सही कारण ढूँढ नहीं पाया। तुम्हारे बिमारी के समय एक समय ऐसा आया कि कहीं मैं तम्हें खो न दूं । आज भी सारी घटनाएँ आंखों में तैर रही है । कुदरत ने आखिर मेरी या तुम्हारी या अपनी सुन ली जिसका परिणाम है कि तुम धीरे धीरे स्वस्थ हो रही है । मैं अपने चाहनेवालों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने विपदा के समय साथ या दुआ मांगी । 


टहलता हूँ व्यायाम भी करता हूँ, नहीं करने पर तुम्हारी डांट भी सुनता हूँ। शायद तुम्हें लगता होगा कि मैं तुम्हारी डांट से तथा कोरोना से डर गया हूँ ; नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। मुझे कोरोना से उतना डर नहीं है जितना कि तुमसे अलग होने का डर, तुम्हें अकेले छोड़ जाने का डर।


मेरा स्वस्थ रहना, तुम्हें साथ देने के लिए, सहयोग देने के लिए, एक अपरिहार्य आवश्यकता है ऐसा ही मैं सोचने लगा हूँ ।

मुझे स्वस्थ रहना है तुम्हारे लिए, तुम से तकरार करने के लिए, रार करने के लिए, तुम्हारे लिए।  तुम हमारे जीवन की निरंतरता को बनाये रखने की अनमोल प्रेरणा और अभिप्राय हो। सदा सहायक रही हो, सदा सहायक रहना, यही तुमसे मेरी अपेक्षा है । जैसे सभी संकट टल गए, यह भी टल ही जाएगा। फिर वही राग, वही दिनचर्या ,वही रफ्तार वापस आएगी ।

 

शायद मेरी पसंद तुम्हें अब समझ में आ गया होगा कि तेरे साथ से अधिक  कोई भी वस्तु मुझे प्रिय नहीं हो सकती ।


         और नापसंद की जहाँ तक बात है तो तेरी आंखों में आंसू बिल्कुल अच्छे नहीं लगते, फिर भी कभी-कभी आंसू आने भी चाहिए इससे हृदय को पिघलने में मदद मिलती है मगर इसको अधिकांश वक्त में  जब्त ही रखने की कोशिश करना  ।मुस्कान देने की गारंटी मैं लेता हूँ ।

 

एक बात मुझे आजतक समझ में नहीं आयी कि तुम्हारी पसंद क्या है? एक बार नई नई शादी के बाद एक साड़ी लाया था जिसे तुमने नापसंद कर दी थी और कभी कभार बहुत मन्नत पर तुम साड़ी पहन लिया करती थी । इसके बाद मैंने कसम खा ली कि मैं तुम्हारे लिए कोई उपहार नहीं लूँगा । पर इधर देश या विदेश में अकेले सरकारी बैठकों या प्रशिक्षण में सम्मिलित होने पर कुछ उपहार ले लेता हूँ पर अभी भी खराब लाने के उलाहना से नहीं उबरा हूँ ।

  तुम्हारे साथ कई देशों के सुन्दर सुन्दर जगहों का भ्रमण किया हूँ वहां भी तुम्हें अपने लिए जो कुछ पसंद आया था उसमें कुछ को मैंने यह कहकर टाल दिया था कि यही सामान पटना में भी मिलता है । फिर क्या लौटने के समय घर पहुँचते पहुँचते कोल्ड वार । कई देशी यात्रा मुझे इसलिए पसंद आया था कि वहां तुम्हें  हरदम बहुत खुश, आनंदित, और मुस्कुराते हुए देखा था। हां ,एक बात जरूर है कि वहां एक बात की कमी अवश्य रह गई कि यात्रा इतनी व्यस्त रही कि तकरार के लिए वक्त ही नहीं मिल पाया ( हा हा हा ) रूठने मनाने की नौबत ही नहीं आई। तुम्हारी खुशी  ने ही तो उस देशी यात्रा को अविस्मरणीय बना दिया है ।


चिल्लाना भी जोर जोर से और हंसना भी गला फाड़ फाड़ कर कि पड़ोसी भी अक्सर अचंभित हो जाते खासकर ठठा कर हँसने में तुम्हारा कोई जोड़ नहीं है और नाही कोई नकल ही कर सकता है ।


   अब यह स्पष्ट हो चुका ही होगा कि 

     " मुझे सिर्फ तुम और तुम ही पसंद हो"

       "तुम्हें सिर्फ मैं और मैं ही पसंद हूँ "


            और तुम्हारी खुशी के लिए मुझे  

एक स्वस्थ जीवन जीना बहुत जरूरी है।


  (परिवार से अगर प्यार है तो अपने को भी सुरक्षित रखिए और दूसरों को भी )

Saturday, May 16, 2020

वैश्विक आर्थिक युध्द या कोविड 19 महामारी

वैश्विक आर्थिक युध्द या  कोविड 19 महामारी

इतिहास में इतना बड़ा व्यापार और वह भी मौत की भयावहता के नाम पर, जब विज्ञान इतना तरक्की कर गया है तब; सचमुच दुनिया में मनुष्य ने पुनः अपने को बन्दर  प्रजाति से मानसिक रुप मे आगे नहीं होना साबित किया है ।

यह सत्य है कि यह एक नया वायरस है जिसका संक्रमण droplets और मनुष्य का शरीर ही है । इसका transmission वुहान, चीन में अक्टूबर 19 से होने का अनुमान है । हद तो तब हो गई कि आज तक अर्थात मई 20 के उत्तरार्द्ध में भी WHO या अमेरिका या इंग्लैंड या अन्य कोई देश इस बीमारी को horror movie की तरह deadly ही बताकर एक सोझी समझी तर्क शक्ति से आर्थिक युद्ध में विश्व को झोंक दिया है । इससे सबसे बुरा असर गरीब देश, असंगठित मज़दूर, किसान, रेहड़ी, ठेला, फुटपाथ, रिक्शा या कार चालक, मज़दूर, विद्यार्थी, बेरोजगार युवक युवती, सेवा से जुड़े लोग जैसे नाई, बढई, मिस्त्री, कुटीर उद्योगआदि - आदि में संलग्न लोग हुए ।

कई उद्योग की कमर ही नहीं उद्योग ही ध्वस्त हो गई वल्कि लाख चाहकर भी उन उजड़े उद्योग को पुनः चालू करना असंभव है । भारत ऐसे देश की कुल जनसंख्या का 98% जनसंख्या या परिवार को नए सिरे से शुरुआत करनी होगी जिसमें आर्थिक नुकसान लोअर आय या मध्यम लोअर आय वर्ग पर आश्रित परिवार होंगें ।

Lockdown या मौत के नाम पर भय का व्यापार हर मनुष्य के मानस पटल पर देने की सुनियोजित साजिश की एक व्यूहरचना की गई । हर इंसान मौत से डरता है जो सत्य है , पर इसके आने का डर सबको मानसिक रुप से रुग्ण कर देता है । प्रश्न यह है कि विश्व इस समय बिना किसी समीक्षा निर्णय के lockdown कर सभी विद्यार्थी, असंगठित मजदूर, कॉन्ट्रैक्ट मज़दूर, कुटीर उद्योग, किसान, गम्भीर या आकस्मिक बीमारी से प्रभावित या रुटीन चेक अप के लिए आवश्यक सेवा को पूरी तरह ठप करने पर आमसहमति या परिचर्चा आवश्यक था या नहीं ।  प्रशासनिक एवम स्वास्थ्य महकमा को कोविड 19 के रोगी के लिए परामर्श जारी कर सभी निजी स्वास्थ्य संस्थानों को भय दिखाकर बन्द करने का क्यों निर्णय लिया गया ।

इस बीमारी से मृत्यु अधिकांश कम इम्युनिटी क्षमता वाले हैं, जैसे औसत आयु 65 से अधिक और पूरी जनसंख्या का अनुमानित अनुपात 0.1 है । अब अगर किसी देश में 65 वर्ष से अधिक उम्र की जनसंख्या अधिक है तब उस देश में मृत्यु दर भी अधिक होगा । अगर किसी देश की जीवन पद्धति में फ़ूड हैविट  ऐसी है कि लोगों का इम्युनिटी लेवल अधिक है या क्षेत्रीय मौसम का प्रभाव इम्युनिटी लेवल का अधिक करना है तब मृत्यु दर कम होगा । इस बीमारी से सबसे अधिक मृत्यु क्रिटिकल रोगी की होती है जैसे , किडनी, दमा, उच्च रक्तचाप, ह्रदय रोग,उच्च ग्लूकोज़ आदि से ग्रसित मनुष्य । क्रिटिकल रोगी या अधिक आयु वाले मनुष्य की मौत दुख का कारण है परन्तु इस नाम पर पूरी आवादी को अनिर्णय और मानसिक रोगी बनाया जाना एक रणनीति का हिस्सा है या समाज की अज्ञानता ।

 कुछ रोगी ऐसे हैं जिन्हें बीमारी का कोई लक्षण नहीं है; पूरी तरह स्वस्थ हैं और समाज में इसका फैलाव कर स्वयं ठीक हो रहे हैं; इस प्रकार के रोगी से सामुदायिक संक्रमण हो रहा है । अंत में 80 % लोगों को प्रभावित कर शरीर में  एन्टी बॉडीज और हेर्ड इम्युनिटी के फैलाव के साथ हमें इस बीमारी के साथ 0.1 % मृत्यु दर के साथ रहना ही होगा ।

भारत में एकमात्र टी बी जैसे रोग से प्रतिवर्ष अनुमानित 5 लाख लोगों की मृत्यु का कारण है । प्रतिवर्ष फ्लू या इन्फ्लूएंजा संक्रमण से प्रतिवर्ष औसत मृत्यु कहीं कोविड से अधिक होने का अनुमान है ।

WHO की गलत एडवाइजरी और भारत द्वारा WHO के एडवाइजरी को आँख मूंद कर मानने का परिणाम इस विविधता पूर्ण देश में lockdown का यह दुष्परिणाम है । कई लोगों का यह भी मत है कि 4 घंटा की मोहलत देकर 140 करोड़ के देश में पूर्णतया lockdown में नागरिकों की दिक्कतों का विश्लेषण बिना ही किया गया  है । जिसका दुष्परिणाम 27, 28 मार्च से ही देश के नागरिक, अप्रवासी मज़दूर द्वारा lockdown में व्यक्तिगत दूरी की अवधारणा को पूरी तरह नकार का दृश्य उजागर हुआ । लगातार 45- 50 दिनों से लाखों करोड़ों मजदूरों की यातायात व्यवस्था ठप करने से 2000 से 2500 किलोमीटर की  दूरी पैदलों आदिम जीवन शैली में भूखे प्यासे,  प्रशासन के डंडों के प्रहार को झेलकर,  पांव में फोलों-छालों के साथ वेवसी में घर आने का दृश्य उजागर होना सरकार की तैयारियों की कमी की तरफ इशारा है । कम से कम नंगे या पैदल या साइकिल से चलनेवाले अप्रवासी मज़दूर को राज्योँ के द्वारा वाहन से राज्यों की सीमा तक यातायात व्यवस्था जारी रखा जाना चाहिए ।

अप्रवासी की सैकड़ों मौतों ने आम मानस के मन मिजाज को कई आनेवाले दुष्परिणामो की बात सोंचने पर मजबूर करता है । मजदूरों के परिवारों को जीविका के लिए अग्रिम एक मुश्त राशि सहायता जिन्दगी बचाने के लिए कारगर सम्भव है । जिसके लिए तैयारी में विलम्ब पुनः लाखो नागरिकों की मौत के रुप में आएगा ।

पूर्व से किसी रोग से ग्रस्त या आकस्मिक बीमार या स्वास्थ्य सहायता का lockdown में किसी निजी अस्पताल या डॉक्टर द्वारा नहीं सेवा देना या यातायात के अभाव या विधिवत पास का निर्गत न होना प्रशासनिक अक्षमता का दुष्परिणाम है ।

Lockdown के स्वरुप में तीन बदलाव के पश्चात भी अगर अप्रवासी मज़दूर या किसी नागरिक की मनुष्य जनित त्रासदो से मौत होना पूरी विश्व मानक नियम और देश से लेकर लोकल प्रशासन की क्षमता और तैयारी के परिदृश्य को उजागर करता है ।

Sunday, May 10, 2020

मातृ दिवस या MOTHER'S DAY

*मातृदिवस कब और क्यों?*

 प्रत्येक प्राणी का अस्तित्व और उसके शरीर का एक- एक कण या रोयां माँ की ही देन है । कोई भी प्राणी अपने पूरे आयु काल में अपने वजूद तक रहने के लिए माँ की देन मात्र है; जिस ऋण से आयुकाल तक कोई जीव उबर नहीं सकता है ।

 एक अमेरिकन महिला *अन्ना जारविश* अपनी पूरी आयु बिना शादी के माँ की सेवा में जीवन अर्पित कर दी, परन्तु जो आया है उसे तो जाना भी तय ही है; अर्थात मृत्यु अटल सत्य है । अपनी माँ की मृत्यु के पश्चात अमेरिकन महिला प्रति वर्ष याद में पुण्यतिथि Mother'sday के रुप में मनाने /याद करने लगी ।

 *अमेरिकन काँग्रेस ने वर्ष 2014 में मई माह के द्वितीय रविवार को मातृदिवस के रुप में मनाए जाने का फैसला लिया । तब से आज तक पूरे विश्व में मई माह के दूसरे रविवार को मातृदिवस मनाया जाने लगा ।*

Saturday, December 14, 2019

नागरिकता संशोधन विधेयक

नागरिकता संशोधन विधेयक इसमें कोई दो रॉय नहीं है कि CAB पूर्णतया राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति हेतु इस्तेमाल के लिए एक ब्रहास्त्र चलाया गया है । बैसे भारतीय को दूसरे देशों से आनेवालों की अचानक चिन्ता व्यक्त करना कहीं से यथोचित जान नहीं पड़ता है । कोई देश अपनी पूरी समस्याओं से निजात कर ले तब दूसरे देश से आनेवाले की सुध सोंच सकता है । यहाँ तो मेरे देश में ही भुखमरी, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न, वर्ग उत्पीड़न, जात उत्पीड़न, किसान आत्महत्या, शिक्षा, स्वास्थ्य ...... से जुड़ी अनेकों समस्या सुरसा की तरह मुँह वाये खड़ी पड़ी है । कोई व्यक्ति खुद फटा पुराना, चिथड़ा कपड़ा पहननेवाला दूसरों को कपड़ा देगा तब समाज उसको नाटक की संज्ञा से नवाजेगा । अब कुछ लोग यह कहेगें कि दूसरा वह दूसरा नहीं खुद स्वयम है । यह सत्य है कि 1947 में पाकिस्तान का बंटवारा दो राज्यो के सिद्धांतों पर ही क्रियान्वयन हुआ है जिसका मास्टर स्ट्रोक मोहम्मद जिन्ना का था । लेकिन यह भी सच है कि जो पाकिस्तान में बचे रह गए चाहे हिन्दू हो या मुसलमान वह दो राष्ट्र के सिद्धांत को मानकर इस्लाम देश पाकिस्तान में रह गए । यह भी सच है कि जो पाकिस्तान में है उनका भी देश की आज़ादी में अहम भूमिका थी । अब जो पाकिस्तान या अफगानिस्तान या अमेरिका या चीन या ..... में है वह व्यक्ति अपने फायदे के हिसाब से उन देशों में रहना पसंद किया है । जब किसी अन्य देश मे किसी को परेशानी हो रही है और वह भागकर किसी दूसरे देश मे आना चाहता है तब उसके बारे में किसी दूसरे देश को सोंचना जबकि स्वयम समस्या से ग्रस्त हो तो सोंचने का मतलब निश्चित मौकापरस्ती या अवसरवादिता या राजनीतिक मतलब ही हो सकता है दूसरा कुछ नहीं । यहाँ दूसरे देश को किस व्यक्ति को लिया जाय इसके लिए peak and choose का मापदण्ड ही राजनीतिक ब्रहास्त्र है । देश के किसी भी व्यक्ति को डरने की आवश्यकता है ही नहीं । यह हिंदुओ के साथ साथ कुछ धर्म विशेष मुसलमान को छोड़कर तुष्टीकरण की नीति है । अब भारत के मुसलमान को सीरिया या पाकिस्तान या अमेरिकी नागरिकों में से किसे लिया जाय किसे न लिया जाय उससे क्या फर्क पड़नेवाला है । भारतीयों के लिए CAB है ही नहीं । यह तो पाकिस्तानी, बांग्लादेशी, अफगानिस्तानी हिंदुओ, पारसियों, सिखों, जैनिज़्म, बुद्धिज़्म लोगो को तुष्टिकरण की नीति है जो सैद्धांतिक रुप में नहीं होना चाहिए था । पर एक समस्या है कि पाकिस्तान , बांग्लादेश, अफगानिस्तान में मुसलमान से अन्य जातियों को प्रताड़ना मिलता हो तो उसे कहाँ शरण देनी चाहिए ? वैसे आज का भारत कल का हिन्दुस्तान था जिसके सन्तान सभी थे परन्तु पाकिस्तान बांग्लादेश के कारण हिन्दुस्तान भारत बना । मुसलमान के लिए तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बना ही है , पर भारत उन देशों के अल्पसंख्यक जो कभी भूल कर two nation theory में चला गया है और स्वेच्छा से पुनः वापसी चाहता है उसकी घर वापसी है । इसमें भारतीय मुसलमान को चिंता करने की जरुरत है ही नहीं । पर असल में है यह तुष्टीकरण । यह भी सत्य है कि पीड़ित अल्पसंख्यक जाए कहाँ क्योंकि हिन्दू, जैन, पारसी, सिख, बुद्ध का कोई देश है ही नहीं ? पर अपने पीड़ित नागरिक को छोड़कर अन्य देश के पीड़ित के बारे में सोंचना ही तुष्टीकरण है ।जो स्वयम अपनी समस्या से जूझ रहा हो वह दूसरों की समस्या को कैसे दूर कर सकता है । अपनी पत्नी को बातचीत, व्यबहार, जेवर- कपड़े ..... के लिए तरसाओ.. फटकारों और यह कहो कि आर्थिक तंगी है और दूसरे की विधवा वीवी को सैर सपाटे के लिए रुपया बाँटो ....। लोग क्या कहेगें ? निश्चित पागल । दानवीर कोई नहीं कहेगा । हाँ वेवा जरुर दानवीर कहेगी । अब सोंचिये आपके बच्चे की स्कूली शिक्षा भी प्रभावित हो सकती है । एक और बात सोंच लीजिए , जो अपना न हो सका वह दूसरों का क्या होगा । इस उदाहरण में लोग दानवीर को अय्यास कहेगें । शर्म तो देश के नागरिकों से आती है जो अपनी भुखमरी, बेरोजगारी, अशिक्षा, बीमारी.... को भूल कर पड़ोस से आनेवालों को रसगुल्ला देने को राष्ट्र भक्ति या देशहित कहते हैं । यह शुद्ध रुप में राजनीतिक औज़ार है जिससे देश के लोगों को समस्या से हटाकर धर्म की चाशनी पिलाकर मदहोश किया जा सके ।