Thursday, December 26, 2013

नई दिल्ली की राजनीति


आज की राजनीति निश्चित रूप में नए तरीके से गढ़ी जा रही है . अगर कोई राजनीति के हिसाब से आदर्श विचार लेकर राजनीति कर रहा है तो हम सबको प्रशंशा करनी चाहिए . बैसे भारतीय राजनीति में कई विचारक हैं मसलन लोहिया , मधु दंडवते .........अगर केजरीवाल की राजनीति में कोई बड़ा खाका है तो उसे सराहनी चाहिए लेकिन अगर उसका कोई दूसरा उद्देश्य है तो उसे परखने का वक्त है . अगर समाज सेवा भावना है तो उद्देश्य सही है . विचारक के रूप में अगर भारतीय राजनीति में केजरीवाल के कुछ भी योजना धरा पर लहराने की है तो सार्थक प्रयास को हमलोगों को मदद करनी चाहिए.

डर इस बात का है की कहीं परोक्ष रूप से intelectual  सोंच तो नहीं है कुछ नौजवानों का फिर भी इसे विचार के रूप में भी हम भारतीय सदियो इसे याद करेगें . लेकिन अगर भार्तियूं की भावनाओं से क्रीडा करने की बात है तो यह सदी का सबसे बड़ा क्रूर मजाक होगा.

हम भगवन से प्रार्थना करते हैं की आने बाला समय भारतीय के लिए बहूत शुभ - शुभ सन्देश लेकर आएगा .