Thursday, May 16, 2013
चाय
नाम सुनत बहुत मस्त लागेला लेकिन आपके पता बा गुरु की चाय अपने देश में कभी केहू नाही पियलेस राजा महाराजा, ऋषि मुनि, जब हमार भारत परतंत्र रहल त ओहि टाइम भारत में अंग्रेज लोग लेके अयिलन अपने बदे
क्योकि वो रक्त दबाव (ब्लड प्रेशर ) के बढ़वेला रक्त बढ़ने के कारन से कभी कभी जब खून तेज़ी से चले शुरू हो जाला त हार्ट अटैक (ह्रदय घात) के खतरा भी आम हो जला चाय में चीनी जो है सबसे खतरनाक हाउ चीनी से मधुमेह होला और जेकरे एक बार हो गयल ओकर कल्याल हो जाई इसलिए चीनी छोड़कर गुड लेई
और चाय के का का नुक्सान बा
ज्यादा दिन तक चक्कर चलल
१. खून में मिलकर खून के अम्लता बढ़ाई त खून ख़राब होने से रोग से लड़ने की क्षमता ख़त्म
२. पेट की एसिडिटी बढ़ाएगा क्योकि पेट में पहले से ही अम्ल रहता है चाय से वो और अम्लीय होता है तो रोग :- कच्ची डकार, मिचली, पेट दर्द, ज्यादा अगर हुआ तो गैस,कब्ज, गैस के कारन मल बांध, बवासीर, भगन्दर, लास्ट में कैंसर,
३. आँखों पर असर करेगा तो अखो से कम दिखाना, धुधला दिखना, आंखें लाल होना,
और भी बहुत कुछ तो आप क्यों पिटे है
यह उपयोग करें घर में बनाएं जो घर में बनेगा लाभ देगा आप लोगन के
दालचीनी + हल्दी+ सोंठ + तेजपत्ता + तुलसी के पत्ते (सूखे) + पुदीने के पत्ते (सूखे) +इलायची
इन सबको आपस में मिलायिके डिब्बा में रख ला जब चाय पीये के मन करे त चाय के जगह इसे डाले और चीनी के जगह गुड या मिश्री का उपयोग करें
फायदा : शारीर से हानिकारक तत्व बहार निकाली और जवन पुराना रोग रही ओहू के ठीक करी
त बतावा
चाय ठीक बा की अपने ऋषि मुनि के जड़ी बूटी बस हमने के भटकल दिमाग पहले के भारत में पहुच जाय त हम सब स्वस्थ हो सकेली बतावा के के इ इस्तेमाल करी
COURTSEY BY बिहारी का चौपाल
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